Thursday 16 May 2019

Truth Behind The Sinking Of INS Arihant Submarine. INS Arihant Accident.

ad300
Advertisement

इस आरटिकल में हम बात करने वाले हैं एक ऐसे टॉपिक के बारे में जिसके तहत हमें हमारे सोशल मीडिया साइट्स पर बहुत सारे क्वेरीज देखने को मिली है और वह टॉपिक है भारत के पहली न्यूक्लियर पावर समरिंन आई एन एस अरिहंत को लेकर और जब मैंने  इस टॉपिक को लेकर रिसर्च करी तब मुझे मालूम पड़ा कि आप इसके बारे में क्यों जानना चाह रहे हैं ।
और अभी हाल ही में ऐसी बहुत सी अफवाहें उड़ी  है । जिसमें कहा जा रहा है, कि आई एन एस अरिहंत इंडियन नेवी से डीकमिशन  हो गई है। और इसमें जितना भी पैसा लगाया गया था, वह बर्बाद हो गया है । तो इस खबर के पीछे का सच क्या है, इसके बारे में आज के इस आर्टिकल में बात करेंगे ।तो सबसे पहले तो हम आप को सुनिश्चित कर दें कि भारतीय न्यूक्लियर पावर बैलेस्टिक मिसाइल समरीन आई एन एस अरिहंत बिल्कुल सही है ।
और यह इंडियन नेवी को अपनी सर्विस दे रही है । तो फिर सवाल ये उठता है, कि आई एन एस अरिहंत के इंडियन नेवी के सर्विस से बाहर होने वाली बात आई कहां से तो यह बात शुरु हुई नेशनल इंटरेस्ट नाम की वेबसाइट  के एक आर्टिकल से जिसे 5 मई 2019 को पेश किया गया था इस आर्टिकल का टाइटल था( how to sink a $ 3 billion submarine: forgating to close a hatch).
  जिसमें बताया गया था कि एक्सीडेंट कैसे हुआ था । इसमें कहा गया था की जब - अरिहंत अपने हाल पर जाने कितने बंदरगाह में थी तब इसके पीछे के साइड का हॅच गलती से खुला रह गया था । जिस वजह से पानी समरीन के प्रोपल्सन कंपार्टमेंट में चला गया था ।
और 2018 में द हिंदू ने रिपोर्ट जारी करके कहा था, कि एक्सीडेंट हुए 10 महीने हो गए हैं । लेकिन यह समरीन अभी भी पानी में नहीं  उतरी है । क्योंकि इसका काम जारी था।
पानी घुस जाने से इसके कई सारे पाइप भी डैमेज हो चुके थे जिन्हें कट करके रिप्लेस किया जा रहा था । लेकिन इसके कुछ समय बाद आईएनएस अरिहंत की रिपेयर का काम पूरा कर लिया गया , और उसके बाद तो नवंबर 2018 में आई एन एस अरिहंत ने अपने पहले देट्रांस पेट्रोल को भी पूरा किया लिया  था।
  हालांकि आई एन एस अरिहंत के  जो एक्सीडेंट के कारण बताए गए थे , यानी जिसमें कहा गया था कि इसके हैच खुला  रह गया था जिस वजह से समरीनडैमेज हुई। ओर इस रिपोर्ट को इकनॉमिक टाइम्स ने खारिज करते हुए कहा था कि , यह फेक न्यूज़ है।  क्योंकि इकनॉमिक टाइम्स ने दावा किया था, कि आईएनएस अहरींत रूस के डबल हल  डिजाइन पर आधारित है । और इसमें कोई भी हैच नहीं होता है ।
 इसमें जो nuclear reactor section है वह पूरी तरीके से सील किया जाता है यानी कि पानी जाने का कोई भी मतलब ही नहीं बनता। फिर भी इसके एक्सीडेंट के जो भी कारण रहे हो लेकिन सच यह है कि इसमें जो डैमेज हुआ था । वह पूरा का पूरा सही हो चुका है।
अब आई एन एस अरिहंत इंडियन नेवी  की सर्विस में मौजूद है ।और रही बात नेशनल इंटरेस्ट ने अपने आर्टिकल में लिखकर ऐसी गलत इंफॉर्मेशन क्यों दी तो इस वेबसाइट ने आर्टिकल के जरिए यह बताया था1
 कि इंडियन नेवी के आई एन एस अरिहंत एक्सीडेंट से सबको को सीखना चाहिए। हालांकि भले ही इस  आर्टिकल में 2018 की द हिंदू की रिपोर्ट को अभी हाल की रिपोर्ट बता कर दिखाया गया है ।
 पर आपको एक बात जानकर काफी हैरानी होगी कि बिल्कुल इसी तरह का आर्टिकल नेशनल इंटरेस्ट में अप्रैल के महीने में भी जारी किया था जिसका टाइटल था (इंडिया डेड मेजर डैमेज टू ए न्यू $3 billion submarine by leaving a hatch open).
और अगर आप नेशन इंटरेस्ट के अप्रैल और मई महीने वाले आर्टिकल को मिलाएंगे तो आपको मालूम पड़ेगा इन दोनों में कुछ लाइंस को छोड़कर काफी जगह समानताएं हैं जैसे कि मानो अप्रैल के आर्टिकल को ही कॉपी करके मई के महीने में पेश किया गया हो और इसीलिए हम यहां पर एक अंदाजा लगा सकते हैं कि आर्टिकल को जिस ने लिखा है उसने द हिंदू की 2018 वाली रिपोर्ट को अभी हाल ही की रिपोर्ट बता कर गलती से लिख दिया है ।बाकी है इसआर्टिकल में यह बिल्कुल भी नहीं लिखा गया है
कि आई एन एस अरिहंत इंडियन नेवी की सर्विस से बाहर हो गई है । बस इसके मई वाले आर्टिकल के शुरू के लाइन मैं यह जरुर लिखा गया है, कि यदि कोई एक्सीडेंट से सबक सीखना चाहिए । क्योंकि इसके वजह से 2.9 billion डॉलर कीमत वाली भारत की पहली न्यूक्लियर पावर सबमरीन  काफी लंबे समय तक अस्थाई तरीके से सर्विस से बाहर रही है।  यानी कि यहां पर बात हुई है ,  की जब समरीन में रिपेयर का काम चल रहा था तब वह इंडियन नेवी की सर्विस में मौजूद नहीं थी तो फिर आप जानते है इस आर्टिकल में ऐसा कुछ नहीं लिखा था।  तो यह बात फिर कहां से आई शुरू हुई ।
यह बात शुरु हुई हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की वजह से क्योंकि शायद उन्होंने यह आर्टिकल को तो जरूर पढ़ा लेकिन अच्छी तरीके से नहीं पढ़ा या फिर उन्हें समझ में नहीं आया और केवल यही जानकर खुश हो रहे हैं आई एन एस अरिहंत सबमरीन डूब गई है और वह इंडियन नेवी की सर्विस से बाहर है।  और इसीलिए कहा भी जाता है कि आधे जानकारी हमेशा खतरनाक होती है ।
और बाकी पाकिस्तानी द्वारा इस बात का मजाक उड़ाया जा रहा है।  इंडियन नेवी ने हेच खुला रखने  जैसी गलती की है ।और अगर यह एक्सीडेंट हेच ओपन रखने से हुए है , तो यहां पर इंसान की गलती की बात भी आती है।  और ऐसा बिल्कुल नहीं है कि भारत ऐसा सबसे पहला देश है
 जिसमें इंसान की गलती से इतना बड़ा हादसा हुआ। ओर यह हर कोई जानता है कि बड़े से बड़े देश की मिलिट्री में भी ऐसे हादसे हुए हैं।
  क्योंकि जो मिलिट्री में काम करते हैं, वह भी इंसान ही है ।और इंसान गलतियां करता है । बाकी दुनिया में दो तरह के इंसान इंसान होते हैं,  एक गलती जो करते हैं और उससे सीखते हैं और दूसरे वो जो गलती करते हैं लेकिन उसे छुपाने की कोशिश करते करते हैं । तथा फिर बहुत बड़ी गलती करते हैं। बाकी हमारे साथ से आप समझदार हैं और समझदार को इशारा ही काफी होता है । कि पाकिस्तान अभी हाल ही में अपने फाइटर जेट की गलती को छुपा रहा था।
  और बहुत बड़ी गलती कर रहा था। जिसका सारी दुनिया को पता था।
तो दोस्तों अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इस आर्टिकल को शेयर कीजिए धन्यवाद।

Share This
Previous Post
Next Post

Pellentesque vitae lectus in mauris sollicitudin ornare sit amet eget ligula. Donec pharetra, arcu eu consectetur semper, est nulla sodales risus, vel efficitur orci justo quis tellus. Phasellus sit amet est pharetra

0 Comments: